बात यह गोरखपुर के काज़ीपुर की है ।बीते दिनो सोशल मीडिया पर गोरखपुर से सामने आई एक खबर खूब चर्चा में है। जहां पर एक नीम के पेड़ से अचानक ही पानी टपकने लगा. जैसे ही लोगो को पाता चला इसे देखने के लिए रातों-रात यहां दूर-दूर से लोगों आने लगे देखते ही देखते वहा भीड़ लग गया।
क़ुदरत कि क़रिश्मा देखने उमड़ी भीड़!अचानक नीम के पेड़ से टपकने लगा पानी
जैसा कि हम सभी जानते है कि हमारे भारत के लोगों में धर्म को लेकर काफी आस्था रहती है।यहा पर छोटी-छोटी चीजों में ही लोग अपनी आस्था ढूंढ लेते हैं।हम लोग अक्सर देखते है कि कभी यहां पत्थरों के दूध पीने का मामला सामने आ जाता है।तो कभी किसी जानवर को भगवान का रुप मान कर लोग पूजा करने लगते हैं।गोरखपुर में रहने वाले हिंदू धर्म के इन फॉलोवर्स के लिए इन दिनों नीम का एक पेड़ चर्चा का विषय बना हुआ है।जिस का कारण पेड़ से अचानक ही पानी टपकने लगा है. अब लोग इस पानी को क़ुदरत का करिश्मा समझ पीने के लिए दूर-दूर से आ रहे हैं।
क़ुदरत कि क़रिश्मा देखने उमड़ी भीड़!अचानक नीम के पेड़ से टपकने लगा पानी
हम बता दें कि ये मामला गोरखपुर के छोटे काजीपुर का बताया जा रहा है. यहां एक चौराहे के पास मौजूद एक पुराने नीम के पेड़ की काफी चर्चा हो रही है इस वक़्त, लोग दूर-दूर से इस नीम के पेड़ को देखने के लिए आ रहे हैं. उसका वजह है इस पेड़ से टपकने वाला पानी. जी हां,एक पर एक अचानक ही इस पेड़ से पानी टपकने लगा है।देखने के बाद लोग इसे कुदरत का करिश्मा बताकर इस पानी को चाट रहे हैं. कई लोग जो इसे चाट चुके हैं, उनका कहना है कि कड़वे नीम के पेड़ से मीठा पानी टपक रहा है, जो कुदरत का चमत्कार ही तो है।
क़ुदरत कि क़रिश्मा देखने उमड़ी भीड़!अचानक नीम के पेड़ से टपकने लगा पानी,
हम आपको बता दें कि जैसे ही लोगों के बीच ये खबर फैली कि नीम के पेड़ से पानी टपक रहा है, वहां लोगों की भीड़ उमड़ने लगी. रातों-रात यहां कई लोग जुट गए. कई लोगों ने यह दावा किया है कि उन्होंने इस पानी को चखा है. इसे चखने वालों का कहना है कि नीम के पेड़ से निकल रहे इस पानी का स्वाद बहुत ही मीठा है. जिस नीम के पेड़ के पत्ते भी कड़वे होते हैं, वैसा पेड़ से मीठा पानी निकलना चमत्कार कहे या फिर कुदरत का क़रिश्मा।लेकिन एक्सपर्ट्स ने इस पानी को लेकर दिया ये बड़ा बयान !
आप भी जानिये क़ुदरत कि क़रिश्मा देखने उमड़ी भीड़!अचानक नीम के पेड़ से टपकने लगा पानी के बारे में ऐक्सपोर्ट ने क्या कहा ;जानकारी के मुताबिक बरेली कॉलेज के बॉटनी विभाग के फैकल्टी मेंबर आलोक खरे ने इस पानी की असलियत बताते हुए लोगों को कहा, की हमारे मुताबिक़, जब नीम का पेड़ पुराना हो जाता है,तो यह खासकर के पचास साल के ऊपर का हो जाता है, उसके बाद उस में से पानी का रिसाव होने लगता है। ये कोई चमत्कार नहीं, और नहीं कुदरत का करिश्मा है बल्कि बैक्टेरियल इंफेक्शन की वजह से होता है। इसे एग्रोबैक्टेरियम कहते हैं,इसमें पेड़ों के तने में ट्यूमर (एक ज़ख्म)बन जाते हैं. जब इसमें ज़्यादा नमी मिलने लगते हैं तो ट्यूमर कमजोर हो जाते हैं तो इसमें से पानी का रिसाव होने लगता है. और यह पानी चार से छह दिन तक पेड़ से गिरता रहता हैआई
हम आशा करते हैं कि इस आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया होगा,आप लोगो को नीम के पेड़ से टपक रहे पानी के बारे में क्या कहना है। कॉमेंट में जरुर लिखे। क़ुदरत कि क़रिश्मा देखने उमड़ी भीड़!अचानक नीम के पेड़ से टपकने लगा पानी पूरा डीटेल मिल गया होगा।इसे अपने सभी दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें ताकि उन्हें भी जानकारी मिल सके।ऐसे ही ओर भी जानकारी भरे आर्टिकल पढ़ने के लिए tattkanews.com के साथ जुड़े रहे।धन्यवाद🙏🏻