जैसा के हम सभी को मालूम है की Exams के टाइम चाल रहे है।अभी कल ही बिहार बोर्ड का एग्जाम ख़त्म हुए है।और आज से यूपी बोर्ड एग्जाम चालू हों गये है।साथ ही साथ एमपी में भी एग्जाम चल रहे हैं।MP बोर्ड का ही यह घटना है तो आइए जानते हैं क्या हुआ?
चल रही MP बोर्ड परीक्षा मामले में जिला शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच की. और जांच के दौरान परीक्षा केंद्र में तैनात वीक्षक के रूप में 6 शिक्षकों को दोषी पाए जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया हैं शिक्षा बिभाग ने ।जबकि मुख्य आरोपी शिक्षिका के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है.
किसी बोर्ड परीक्षा में नकल का ऐसा मामला शायद ही आपने कभी देखा-सुना होगा।दमोह के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिंग्रामपुर परीक्षा केंद्र में जब अंग्रेजी की परीक्षा मजाक बन कर रह गई. उसके बाद यहां सिर्फ पेपर ही लीक नहीं हुआ, बल्कि कॉपियों के बदलने का खेल भी तब से चल रहा था, जब से एमपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हुई थीं. हैरानी तो तब हुई जब पता चला कि इस खेल के पीछे एक मां का दिमाग था.
हम अपको बता दें की आरोप है कि प्राथमिक स्कूल में तैनात शिक्षिका अंजना राय अपने बेटे को अच्छे अंक दिलाने और फ़र्स्ट डिवीज़न के लिए उसकी आंसर शीट की अदला-बदली करने परीक्षा केंद्र के अंदर तक पहुंच जाती थी. अंजना राय का बेटा दसवीं की परीक्षा सिंग्रामपुर स्थित एक परीक्षा केंद्र में दे रहा था. सुनने में आया की यह खेल तब से चल रहा था,जिस दिन से बोर्ड परीक्षा शुरू हुई थी। लेकिन धीरे धीरे इसकी भनक स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता सुनील शुक्ला को लग गई।उन्होंने तत्काल उसी मौके का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था और अब परीक्षा केंद्र में चल रही मिलीभगत का पर्दाफाश हो गया है;
इस कांड में 6 शिक्षकों को दोषी करार दिये गये है;
उस मामले को गंभीरता से लेते हुए आनन-फानन में जिला शिक्षा अधिकारी एसके नेमा बहुत हाय जल्दी मौके पर पहुंचे और जांच की. इस जांच के दौरान परीक्षा केंद्र में तैनात 6 शिक्षकों को दोषी पाए जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया, अब जबकि मुख्य आरोपी शिक्षिका अंजना राय के खिलाफ गोपनीयता भंग के साथ-साथ धारा 144 का उल्लंघन समेत अन्य धाराओं में नजदीकी थाने में मामला दर्ज कराया गया है. बताया जा रहा है कि एफआईआर की जानकारी लगते ही आरोपी शिक्षिका घर में ताला लगाकर फरार हो गई हैं
आपको जान का हैरानी होगी की आख़िर शिक्षिका के पास कॉपी और प्रश्न पत्र कहां से आए?
जहां तक मुझे जानकारी मिली हैं 19 फरवरी 2024 को सिंग्रामपुर परीक्षा केंद्र से कक्षा दसवीं की अंग्रेजी विषय की कॉपी बदले जाने के मामले में दमोह कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने बताया कि परीक्षा सेंटर पर जो आंसरशीट मिली है।लेकिन वाह आंसर सिटवह उस सेंटर की नहीं है. कॉपी को अंदर ले जाते है जो व्यक्ति मिला था, वह केंद्र में तैनात एक शिक्षक था, जिसके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करते हुए मामला भी दर्ज कराया गया है.लेकिन सवाल ये उठता है कि मुख्य आरोपी शिक्षिका के पास अंग्रेजी का प्रश्न पत्र और बोर्ड की उत्तर पुस्तिका कहां से आई, जिस पर सवाल हल कर अंदर पहुंचाया जा रहा था?
MP बोर्ड के शिक्षा अधिकारी बोले जल्द से जलद जांच जारी
किया जायेगा, इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सिंग्रामपुर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जो प्रकरण हुआ है, उसके संदर्भ में चार प्राथमिक शिक्षकों को पूर्व में ही निलंबित किया जा चुका है. और इधर केंद्र अध्यक्ष और सहायक केंद्र अध्यक्ष को भी डीपीआई कार्यालय द्वारा निलंबित किया जा चुका है. हालांकि, शिक्षा अधिकारी कई सवालों के जवाब देने से अब भी बचते नजर आ रहे हैं।
इसको मां का मास्टरमाइंड! कहा जाता बेटे को बोर्ड परीक्षा पास कराने के लिए शिक्षिका ने खेला गजब का खेल, पोल खुली तो फरार हो जाएँगे
आपको या घटना सुन कर कैसा लगा कमेंट में जरुर लिखे।और बताये कि इस शिक्षिका को क्या सज़ा मिलनी चाहिए।ऐसे हो ख़बरों के लिए हमारे आर्टिकल को पढ़ते रहे।धन्यवाद🙏🏻