यूपी के इस जिले में बंद हो गये सैकड़ों चमड़ा उद्योग, सामने आई ये बड़ी वजह। जानिए ! कितने दिन बाद खुलेंगे ,
जैसा कि हम सभी जानते है कि कानपुर इंडस्ट्रियल एरिया है । कानपुर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा शहर तथा उत्तर भारत का एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र है। यह शहर इसके रासायनिक (उर्वरक एवम् अपमार्जक द्रव्य), कपड़ा और चमड़े के उद्योगों के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है ।कानपुर शहर देश के चमड़े उद्योग का सबसे बड़ा केंद्र है। कानपुर में छोटी बड़ी मिलाकर लगभग 450 चमड़ा उद्योग की कंपनीयाँ हैं, हम आपको बता दें की उन्ही सब कंपनियों को बंद करने का आदेश दिया गया है।
इस बार किस तारीख़ को उद्योगो को बंद करने का आदेश दिया गया है?
हम आपको बता दें ,कि हर एक साल 4 दिन के लिए उद्योग पूरी तरीके से बंद कर दिया जाते है.उसी तरह से इस बार भी 6 मार्च से 9 मार्च तक कानपुर का सभी चमड़ा उद्योगो को पूरी तरह से बंद रखा जाएगा।
आइए जानते है कि आख़िर बंद किस कारण से होता है ?
जैसा कि हम सभी जानते है कि इस साल 8 मार्च को महाशिवरात्रि है. इस दिन बड़ी संख्या में लोग गंगा में स्नान करते हैं।और सभी शिवालयों में लोगो का पूजा अर्चना करने के लिए श्रद्धालु का सैलाब उमड़ पड़ता है ।प्रयागराज में भी माघ मेले का आखिरी स्नान महाशिवरात्रि के दिन 8 मार्च को ही है। इसी को देखते हुए कानपुर के सभी चमड़ा उद्योग इकाइयों को चार दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।आज यानी 6 मार्च से 9 मार्च तक कानपुर का चमड़ा उद्योग पूरी तरह से बंद रहेगे।
आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की ,प्रयागराज में माघ मेला चल रहा है।इस प्रयागराज के माघ मेले का अंत शिवरात्रि के साथ हो जाएगा । मेले के अंतिम दिन स्नान के लिए देश भर से लोग प्रयागराज पहुँचना शुरू कर दिये है।ऐसे में गंगा को स्वच्छ और पवित्र बनाने के लिए तीन दिन पहले से कानपुर के चमड़े उद्योग को बंद कर दिया गया है.हम आपको बता दें कि कानपुर से इलाहाबाद पानी पहुंचाने में 2 दिन का समय लग जाता है।इसलिए 3 दिन पहले से कानपुर की सभी चमड़ा उद्योगों को बंद कर दिया गया है।ताकि, किसी प्रकार की गंदगी गंगा में न जाए. और सभी लोग स्वच्छ गंगाजल से स्नान कर सके।
हम आपको बता दें की कानपुर की 450 इकाइयां रहेंगी बंद,
कानपुर महानगर में छोटी बड़ी मिलाकर लगभग 450 चमड़ा उद्योग की इकाइयां हैं, उन सभी को बंद करने का आदेश दिया गया है।हर एक साल 4 दिन के लिए उद्योग पूरी तरीके से बंद कर दिया जाता है।वही व्यापारियों का कहना है कि बार-बार इस तरीके से उद्योग को बार बार बंद करने से उन्हें काफी नुकसान होता है।वह समय से अपने ऑर्डर पूरे नहीं कर पाते हैं।ऐसे बार बार होने से अब उनके विदेशी ऑर्डर भी कम होने लगे हैं,
हम आशा करते है कि आपको यूपी के इस जिले में बंद हो गये सैकड़ों चमड़ा उद्योग,के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी।
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